एंडोस्कोपी से क्या पता चलता है?
एंडोस्कोप (गुहांतदर्शी) (आईपीए: /ɛnˈdɒskəpi/) का अर्थ है अन्दर देखना, और खासतौर पर इसका अर्थ होता है चिकित्सीय कारण से एंडोस्कोप की मदद से शरीर के अन्दर देखना। एंडोस्कोप (आईपीए: /ˈɛndəskoʊp/) एक ऐसा उपकरण है, जिसका प्रयोग शरीर के खोखले अंग अथवा छिद्रों के अन्दर जाँच करने के लिए किया जाता है।
एंडोस्कोपी में कितना खर्च आता है?
डॉ. अविनाश सिंह ने बताया कि पीजीआई में एंडोस्कोपी की जांच मुफ्त कराई जाती है। जबकि निजी अस्पताल इसके एवज में 5 से 10 हजार रुपए लेते हैं। बता दें कि एंडोस्कोपी जांच के माध्यम से खाने की नलकी या पेट के कैंसर का पता लगाया जाता है।
एंडोस्कोपी जांच कैसे की जाती है?
एंडोस्कोपी (Endoscopy) एक प्रक्रिया है जिसमें शरीर के अंदर की जांच के लिए एंडोस्कोप (endoscope) नाम के उपकरण का उपयोग किया जाता है। एंडोस्कोप एक लम्बी, पतली, लचीली ट्यूब होती है जिसके एक सिरे पर कैमरा और लाइट सोर्स होता है। इससे आपके शरीर के अंदर की छवियां टेलीविजन स्क्रीन पर प्रसारित की जाती हैं।
एंडोस्कोपी कब करना चाहिए?
बहुत बार ऐसा होता है जब मरीज किसी समस्या से जूझ रहा होता है और लंबे इलाज और दवा के सेवन के बाद भी उसे आराम नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर एंडोस्कोपी टेस्ट का सहारा लेते हैं।
एंडोस्कोपी के बाद क्या होता है
अगर आपके मूत्राशय की जांच के लिए, आपकी सिस्टोस्कोपी (cystoscopy) हुई है तो आपको मूत्र में 24 घंटे खून आ सकता है। ये ठीक हो जाना चाहिए पर अगर ये 24 घंटे बाद भी होता है तो आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
एंडोस्कोपी की रिपोर्ट कितने दिन में आती है?
आमतौर पर एंडोस्कोपी करने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लग सकता है लेकिन अगर ऑपरेशन की नौबत आती है तो समय बढ़कर 2 घंटे भी लग सकते हैं।
कौन सी घटना एंडोस्कोपी को संभव बनाती है?
डॉ अविनाश सिंह जी ने कहा कि पेट में नस फट जाना या पैंक्रियाज के इलाज में एंडोस्कोपी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पेट में कई बीमारियां होती हैं। कौन सी बीमारी किस स्टेज में है यह भी एंडोस्कोपी की मदद से जानी जाती है। पित्त की नली में पथरी हो जाने पर बिना चीर-फाड़ के ही पथरी को निकाला जा सकता है।
एंडोस्कोपी के बाद क्या खाना चाहिए
प्रक्रिया से एक रात पहले आधी रात के बाद आपको कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए। हालांकि, यदि आपकी प्रक्रिया दोपहर में होती है, तो आप आमतौर पर एंडोस्कोपी से छह घंटे पहले तक आधी रात के बाद स्पष्ट तरल पदार्थ ले सकते हैं। स्पष्ट तरल पदार्थ में शामिल हैं:
पानी
बिना क्रीम वाली कॉफी
सेब का जूस
एंडोस्कोपी करने में कितना टाइम लगता है?
एंडोस्कोपी में आमतौर पर 15 मिनट से 60 मिनट का समय लगता है, ये इस बात पर निर्भर करता है कि ये किस लिए इस्तेमाल की जा रही है।
लिवर की एंडोस्कोपी कैसे होती है?
इसके लिए एंडोस्कोपी करनी होती है। इसके लिए मुंह के जरिए एक वायर बॉडी के अंदर डाला जाता है और वहां से लीवर का एक छोटा सा टुकड़ा लिया जाता है। फिर उस लीवर की जांच की जाती है। इसमें कम से कम 10 घंटे का वक्त लगता है और पेशंट को अस्पताल में एडमिट होना पड़ता है।
गले की एंडोस्कोपी कैसे होती है
एंडोस्कोप्स को शरीर के प्राकृतिक रूप से खुले हिस्से के ज़रिए शरीर में डाला जाता है जैसे मुंह के जरिये गले के अंदर या शरीर के निचले भाग से इसे शरीर में डाला जाता है। जब कीहोल (keyhole) सर्जरी की जा रही हो तो त्वचा में एक छोटा सा चीरा लगाकर, उसके ज़रिए भी एंडोस्कोप (endoscope) को शरीर में डाला जाता है।
एंडोस्कोपी सर्जरी कैसे होता है
इस प्रक्रिया में एक लम्बी और पतली नली का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे कैमरा लगा होता है जिसके द्वारा डॉक्टर मरीज़ के अंदरूनी अंगों को देख पता है । आमतौर पर यह नली मुंह अथवा गुदा के द्वारा शरीर के अन्दर पहुंचाई जाती है, पर कभी- कभार डॉक्टर द्वारा छोटा सा चीरा लगा कर भी इसे शरीर के अन्दर प्रवेश करवाया जाता है ।
कौन से लक्षण होने पर आपका Doctor Endoscopy Test का आदेश दे सकता है:
सूजन आंत्र रोग (IBD), जैसे Alcerative colitis (UC) और crohan disease
पेट में अल्सर ( Stomach Alcer)
पुराना कब्ज
अग्नाशयशोथ
पित्ताशय की पथरी
पाचन तंत्र में अस्पष्ट खून बह रहा है
ट्यूमर
संक्रमण
घुटकी की रुकावट
गैस्ट्रोएफ़ॉजियल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)



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